चक्रवर्ती राजगोपालाचारी
चक्रवर्ती राजगोपालाचारी
| |
पूरा नाम | चक्रवर्ती राजगोपालाचारी |
अन्य नाम | राजाजी |
जन्म | 10 दिसंबर, 1878 |
जन्म भूमि | मद्रास |
मृत्यु | 28 दिसम्बर, 1972 |
अभिभावक | पिता- नलिन चक्रवर्ती |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | स्वतन्त्रता सेनानी, क्रान्तिकारी, पत्रकार, समाजसुधारक, शिक्षा विशेषज्ञ |
पार्टी | कांग्रेस |
पद | भूतपूर्व उद्योग मंत्री, मद्रास के मुख्यमंत्री, बंगाल के राज्यपाल |
कार्य काल | भारतीय गवर्नर जनरल-21 जून, 1948 - 26 जनवरी, 1950 मुख्यमंत्री, मद्रास-10 अप्रॅल, 1952 - 13 अप्रॅल, 1954 |
शिक्षा | वकालत |
विद्यालय | प्रेसीडेंसी कॉलेज मद्रास |
भाषा | हिन्दी, तमिल और अंग्रेज़ी |
पुरस्कार-उपाधि | भारत रत्न |
अद्यतन | 11:53, 11 मार्च 2011 (IST) |
विषय सूची
जीवन परिचय
चक्रवर्ती राजगोपालाचारी का जन्म 10 दिसंबर, 1878 को तमिलनाडु (मद्रास) के सेलम ज़िले के होसूर के पास 'धोरापल्ली' नामक गांव में हुआ था। एक वैष्णव ब्राह्मण परिवार में जन्मे चक्रवर्ती जी के पिता का नाम श्री नलिन चक्रवर्ती था, जो सेलम के न्यायालय में न्यायधीश के पद पर कार्यरत थे। राजगोपालाचारी जी की प्रारम्भिक शिक्षा गांव के ही एक स्कूल से प्राप्त करने के बाद उन्होंने बैंगलोर के सैंट्रल कॉलेज से हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। इसके बाद मद्रास के प्रेसीडेंसी कॉलेज से बी.ए. और वकालत की परीक्षा उत्तीर्ण की। वकालत की डिग्री पाने के पश्चात् वे सेलम में ही वकालत करने लगे। अपनी योग्यता और प्रतिभा के बल पर उनकी गणना वहां के प्रमुख वकीलों में की जाने चक्रवर्ती पढ़ने लिखने में तो तेज थे ही, देशभक्ति और समाज सेवा की भावना भी उनमें स्वाभाविक रूप से विद्यमान थी। जिन दिनों वे वकालत कर रहे थे, उन्हीं दिनों वे स्वामी विवेकानंद जी के विचारों से अत्यंत प्रभावित हुए और वकालत के साथ साथ समाज सुधार के कार्यों में भी सक्रिय रूप से रुचि लेने लगे। उनके समाज सेवी कार्यों से प्रभावित होकर जनता द्वारा उन्हें सेलम की म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन का अध्यक्ष चुन लिया गया। इस पद पर रहते हुए उन्होंने अनेक नागरिक समस्याओं का तो समाधान किया ही, साथ ही तत्कालीन समाज में व्याप्त ऐसी सामाजिक बुराइयों का भी जमकर विरोध किया जो उन्हीं के जैसे हिम्मती व्यक्ति के बस की बात थी। सेलम में पहले सहकारी बैंक की स्थापना का श्रेय भी उन्हें ही जाता है।