कुस्तुंतुनिया
कुस्तुंतुनिया तुर्की का एक प्रसिद्ध नगर है। यह बासफोरस जलसंधि और मारमरा सागर के संगम पर स्थित है। यह नगर भी रोम के समान ही सात पहाड़ियों के बीच एक त्रिभुजाकार पहाड़ी प्रायद्वीप पर स्थित है। अब कुस्तुंतुनिया प्रशासन की दृष्टि से तीन भागों में विभक्त हो गया है- 'इस्तांबुल', 'पेरा-गलाटा' और 'स्कूतारी'।
स्थापना
कुस्तुंतुनिया की स्थापना रोमन सम्राट कांस्टैंटाइन महान् ने 328 ई. में प्राचीन नगर बाईज़ैंटियम को विस्तृत रूप देकर की थी। नवीम रोमन साम्राज्य की राजधानी के रूप में इसका आरंभ 11 मई, 330 ई. को हुआ था। यह नगर भी रोम के समान ही सात पहाड़ियों के बीच एक त्रिभुजाकार पहाड़ी प्रायद्वीप पर स्थित है और पश्चिमी भाग को छोड़कर लगभग सब ओर जल से घिरा है।[1]
स्थिति
रूम सागर और काला सागर के मध्य स्थित बृहत जलमार्ग पर होने के कारण इस नगर की स्थिति बड़ी महत्वपूर्ण रही है। प्रकृति ने दुर्ग का रूप देकर इसे व्यापारिक, राजनीतिक और युद्धकालिक दृष्टिकोण से एक महान् साम्राज्य की सुदृढ़ और शक्तिशाली राजधानी के अनुरूप बनने में पूर्ण योग दिया था और निरंतर सोलह शताब्दियों तक एक महान् साम्राज्य की राजधानी के रूप में इसकी ख्याति बनी हुई थी।