अभयगिरि लंका की प्राचीन राजधानी का प्रसिद्ध विहार था। वहाँ के राजा वट्टगामिनी का एक नाम अभय था, जिसने बुद्ध के अवशेषों पर निर्मित स्तूप के समीप इस विहार का निर्माण करवाया था। यह स्तूप ही गिरि के नाम से प्रसिद्ध था।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 1 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 173 |