श्रीविजय

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श्रीविजय सुमात्रा (इंडोनेशिया) द्वीप में बसा हुआ सर्वप्रथम भारतीय उपनिवेश, जिसका वर्तमान नाम 'पेलंबंग' है। इस राज्य की स्थापना चौथी शती ई. में या उससे भी पहले हुई थी।[1]

  • सातवीं शती में 'श्रीविजय' या 'श्रीभोज' वैभव के शिखर पर था।
  • 671 ई. में चीनी यात्री इत्सिंग श्रीभोज[2] होते हुए भारत आया था। उसने यहां की राजधानी 'भोज' लिखी है। इस समय इसके अधीन एक अन्य हिन्दू राज्य 'मलयू' तथा निकटवर्ती द्वीप 'बांका' भी थे।
  • 684 ई. में श्रीविजय पर बौद्ध राजा या उसके उत्तराधिकारी ने जावा के विरुद्ध सैनिक अभियान भेजा था और एक घोषणा प्रचारित की थी, जिसकी दो प्रतिलिपियां प्रस्तर लेखों के रूप में आज भी सुरक्षित हैं।
  • चीनी यात्री इत्सिंग के लेख के अनुसार श्रीविजय बौद्ध संस्कृति तथा शिक्षा का केन्द्र था।
  • श्रीविजय के राजा के पास व्यापारिक जलयानों का एक बड़ा बेड़ा था, जिससे भारत और श्रीविजय के बीच व्यापार होता था।
  • 7वीं शती ई. में मलय प्रायद्वीप में भी श्रीविजय की राज्य सत्ता स्थापित हो गई थी। श्रीविजय का नामांतर 'श्रीविषय' है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 924 |
  2. =श्रीविजय

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