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*दोनों की मूर्तियों के समक्ष दीप जलाया जाता है।<ref>[[पद्म पुराण]] (6|31|1-22 | *दोनों की मूर्तियों के समक्ष दीप जलाया जाता है।<ref>[[पद्म पुराण]] (6|31|1-22</ref> | ||
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12:49, 27 जुलाई 2011 के समय का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की एकादशी पर प्रारम्भ होता है।
- पंचामृत से स्नान कराकर वैदिक मन्त्रों से प्रणाम करके लक्ष्मी एवं नारायण की पूजा की जाती है।
- दोनों की मूर्तियों के समक्ष दीप जलाया जाता है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पद्म पुराण (6|31|1-22
अन्य संबंधित लिंक
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