- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- चैत्र शुक्ल प्रथमा से आरम्भ होता है।
- सभी को चार मासों तक जल देना चाहिए।
- पितर लोग सन्तुष्ट हो जाते हैं; [1];[2]।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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