- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी से आरम्भ किया जाता है।
- तिथिव्रत; एक वर्ष किया जाता है।
- देवता, उमा एवं शिव का पूजन किया जाता है।
- चावल के आटे से प्रतिमाएँ बनायी जाती हैं।
- सैकड़ों दीप जलाए जाते हैं, प्रतिमाओं पर कुंकुम लगाया जाता है; धूप गुग्गुल का होता है; दूध एवं घृत की 108 आहुतियाँ दी जाती हैं[1]।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हेमाद्रि (व्रत0 2, 57-58, कालोत्तरपुराण से उद्धरण
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