- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- जब किसी द्वादशी पर सूर्य पुष्य नक्षत्र में हो तो जनार्दन पूजा होनी चाहिए।
- इस व्रत को करने से सभी पाप कटते हैं।
- यदि द्वादशी पर पुष्य नक्षत्र न हो तो तब भी विधि करनी चाहिए।
- एकादशी को उपवास एवं द्वादशी को घृतपूर्ण पात्र का दान करना चाहिए।[1]; [2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|