- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की दशमी पर प्रारम्भ होता है।
- उस दिन उपवास तथा दसों दिशाओं एवं दिक्पालों की पूजा की जाती है।
- यह व्रत एक वर्ष तक चलता है।
- अन्त में एक गौ दान दिया जाता है।
- वांछित वस्तु की प्राप्ति होती है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हेमाद्रि (व्रतखण्ड 1, 967, विष्णुध्॰ से उद्धरण)।
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