गोवास नामक स्थान का उल्लेख महाभारत, कर्णपर्व[1] में हुआ है-
'गोवास दासमीयानां वसातीनां च भारत, प्राच्यानां वाटधानानां भोजनां चाभिमानिनाम्'
- गोवास संभवत: शिवि देश का ही दूसरा नाम था। यह देश गोधन के लिए प्रसिद्ध था।[2]
- इस देश की सेनाएँ महाभारत के युद्ध में धृतराष्ट्र के पुत्र दुर्योधन की ओर से शामिल हुईं थीं जैसा कि उपर्युक्त श्लोक के प्रसंग में वर्णित हैं।
- महाभारत, सभापर्व 51, 5 में भी गोवास निवासियों का उल्लेख है-
'गोवासना ब्रह्मणाश्च दासमीयाश्च सर्वश:।'
- गोवास के निवासी युधिष्ठर के राजसूय यज्ञ में भी सम्मिलित हुए थे।
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