महाभारत
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विवरण
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'महाभारत' भारत का अनुपम, धार्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक और दार्शनिक ग्रंथ है। यह हिन्दू धर्म के मुख्यतम ग्रंथों में से एक है। यह विश्व का सबसे लम्बा साहित्यिक ग्रंथ है।
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रचयिता
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वेदव्यास
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लेखक
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भगवान गणेश[1]
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भाषा
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संस्कृत
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मुख्य पात्र
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श्रीकृष्ण, भीष्म, अर्जुन, द्रोण, कर्ण, दुर्योधन, अभिमन्यु, धृतराष्ट्र, युधिष्ठिर, द्रौपदी, शकुनि, कुंती, गांधारी, विदुर आदि।
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18 पर्व
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आदिपर्व, सभापर्व, वनपर्व, विराटपर्व, उद्योगपर्व, भीष्मपर्व, द्रोणपर्व, आश्वमेधिकपर्व, महाप्रास्थानिकपर्व, सौप्तिकपर्व, स्त्रीपर्व, शान्तिपर्व, अनुशासनपर्व, मौसलपर्व, कर्णपर्व, शल्यपर्व, स्वर्गारोहणपर्व, आश्रमवासिकपर्व
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श्लोक संख्या
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एक लाख से अधिक
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लोकप्रियता
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भारत, नेपाल, इण्डोनेशिया, श्रीलंका, जावा द्वीप, थाइलैंड, तिब्बत, म्यांमार आदि देशों में महाभारत बहुत लोकप्रिय है।
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संबंधित लेख
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गीता, श्रीकृष्ण, पाण्डव, कौरव, अर्जुन, इन्द्रप्रस्थ, हस्तिनापुर, अज्ञातवास, द्रौपदी चीरहरण, शिशुपाल वध, अश्वमेध यज्ञ, अक्षौहिणी
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अन्य जानकारी
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अनुमान किया जाता है कि 'महाभारत' में वर्णित 'कुरु वंश' 1200 से 800 ईसा पूर्व के दौरान शक्ति में रहा होगा। पौराणिक मान्यता को देखें तो पता लगता है कि अर्जुन के पोते[2] परीक्षित और महापद्मनंद का काल 382 ईसा पूर्व ठहरता है।
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महाभारत हिन्दुओं का प्रमुख काव्य ग्रंथ है, जो हिन्दू धर्म के उन धर्म-ग्रन्थों का समूह है, जिनकी मान्यता श्रुति से नीची श्रेणी की हैं और जो मानवों द्वारा उत्पन्न थे। कभी-कभी सिर्फ़ 'भारत' कहा जाने वाला यह काव्य-ग्रंथ भारत का अनुपम, धार्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक और दार्शनिक ग्रंथ है। यह हिन्दू धर्म के मुख्यतम ग्रंथों में से एक है। यह विश्व का सबसे लंबा साहित्यिक ग्रंथ है, हालाँकि इसे साहित्य की सबसे अनुपम कृतियों में से एक माना जाता है, किन्तु आज भी यह प्रत्येक भारतीय के लिये एक अनुकरणीय स्रोत है।
हिन्दू इतिहास गाथा
यह कृति हिन्दुओं के इतिहास की एक गाथा है। पूरे 'महाभारत' में एक लाख श्लोक हैं। विद्वानों में महाभारत काल को लेकर विभिन्न मत हैं, फिर भी अधिकतर विद्वान् महाभारत काल को 'लौहयुग' से जोड़ते हैं। अनुमान किया जाता है कि महाभारत में वर्णित 'कुरु वंश' 1200 से 800 ईसा पूर्व के दौरान शक्ति में रहा होगा। पौराणिक मान्यता को देखें तो पता लगता है कि अर्जुन के पोते परीक्षित और महापद्मनंद का काल 382 ईसा पूर्व ठहरता है।