दार्शाहनगरी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

दार्शाहनगरी का उल्लेख महाभारत में हुआ है। महाभारत में द्वारका का एक नाम 'दार्शाहनगरी' भी कहा गया है- 'आपृच्छेत्वां गमिष्यामि दार्शाहनगरी प्रति' महाभारत सभापर्व 2, 32.

  • दार्शाह भगवान श्री कृष्ण अथवा यादवों के कुल का अभिधान थी।
  • प्राचीन समय में यादवों की नगरी के रूप में द्वारका विख्यात थी।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 432 |


संबंधित लेख