विमोचन महाभारत वनपर्व[1] के अनुसार कुरुक्षेत्र की सीमा के अंतर्गत एक तीर्थ है।
- इस तीर्थ के विषय में माना जाता है कि यहाँ स्नान करने से क्रोध और इंद्रियों को वशवर्ती न होने वाले पुरुष को प्रतिग्रहजन्य पाप से मुक्ति मिल जाती है।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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