शूकर क्षेत्र नैमिषारण्य के पास का एक तीर्थ स्थान है। इसका आधुनिक नाम सोरों है। हिरण्यकेशी का वध यहीं हुआ था।[1]
- सोरों शूकर क्षेत्र भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में कासगंज जनपद का एक नगर है।
- यहाँ प्रत्येक अमावस्या, सोमवती अमावस्या, पूर्णिमा, रामनवमी, मोक्षदा एकादशी आदि अवसरों पर तीर्थ यात्रियों का बड़ी संख्या में आवागमन होता है और गंगा में स्नान कर पुण्य प्राप्त करते हैं।
- इस पवित्र क्षेत्र में अस्थि विसर्जन का विशेष महत्त्व है। यहाँ स्थित कुण्ड में विसर्जित की गईं अस्थियाँ तीन दिन के अन्त में रेणुरूप धारण कर लेती हैं।
- सोरों महाकवि गोस्वामी तुलसीदास की जन्मभूमि है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 558, परिशिष्ट 'क' |