गंधर्व द्वीप का उल्लेख महाभारत, सभापर्व, अध्याय 38 में हुआ है। दक्षिणात्य पाठ के अनुसार यह एक द्वीप का नाम था, जिसका अभिज्ञान संदिग्ध है-
'इन्द्रद्वीपं कशेरुं च ताम्रद्वीपं गभस्तिमत्, गांधर्व वारुणं द्वीपं सौभ्याक्षमिति च प्रभु:।'
- इन द्वीपों पर शक्तिशाली सहस्त्रबाहु ने विजय प्राप्त की थी। संभव है गंधर्व द्वीप गंधर्व देश से ही संबंधित हो।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 628 |