"सौंह कियें ढरकौहे से नैन -बिहारी लाल" के अवतरणों में अंतर
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− | सौंह कियें ढरकौहे से नैन, टकी न टटै हिलकी हलियै। | + | सौंह कियें ढरकौहे से नैन, |
+ | टकी न टटै हिलकी हलियै। | ||
− | मुँह आगै हू आये न सूझयौ कछू ,सु कहयौ कछु ये सुति साँभल ए। | + | मुँह आगै हू आये न सूझयौ कछू, |
+ | सु कहयौ कछु ये सुति साँभल ए। | ||
− | भौर ते साँझि भई न अजौं, घरि भतिर बाहर कौ ढलिए। | + | भौर ते साँझि भई न अजौं, |
+ | घरि भतिर बाहर कौ ढलिए। | ||
− | रहे गेह की देहरी ठाढ़े दोऊ, उर लागी दुहून चलौ चलिए।। | + | रहे गेह की देहरी ठाढ़े दोऊ, |
+ | उर लागी दुहून चलौ चलिए।। | ||
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07:40, 8 सितम्बर 2011 के समय का अवतरण
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सौंह कियें ढरकौहे से नैन, |
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