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| class="bgdharm6" style="border:1px solid #b0b0ff;padding:10px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#e9d1fc; border:thin solid #d196ff">'''विशेष आलेख'''</div> | | class="bgdharm6" style="border:1px solid #b0b0ff;padding:10px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#e9d1fc; border:thin solid #d196ff">'''विशेष आलेख'''</div> | ||
<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[कृष्ण]]'''</div> | <div align="center" style="color:#34341B;">'''[[कृष्ण]]'''</div> | ||
<div id="rollnone"> [[चित्र:Krishn-title- | <div id="rollnone"> [[चित्र:Krishn-title-4.gif|right|150px|कृष्ण|link=कृष्ण]] </div> | ||
*सनातन धर्म के अनुसार भगवान [[विष्णु]] सर्वपापहारी पवित्र और समस्त मनुष्यों को भोग तथा मोक्ष प्रदान करने वाले प्रमुख देवता हैं। कृष्ण [[हिन्दू धर्म]] में विष्णु के अवतार माने जाते हैं। | *सनातन धर्म के अनुसार भगवान [[विष्णु]] सर्वपापहारी पवित्र और समस्त मनुष्यों को भोग तथा मोक्ष प्रदान करने वाले प्रमुख देवता हैं। कृष्ण [[हिन्दू धर्म]] में विष्णु के अवतार माने जाते हैं। | ||
*[[छांदोग्य उपनिषद]] (3,17,6), जिसमें [[देवकी]] पुत्र कृष्ण का उल्लेख है और उन्हें घोर [[आंगिरस]] का शिष्य कहा है। परवर्ती साहित्य में श्रीकृष्ण को देव या [[विष्णु]] रूप में प्रदर्शित करने का भाव मिलता है।<balloon title="(दे0 तैत्तिरीय आरण्यक, 10, 1, 6; पाणिनि-अष्टाध्यायी, 4, 3, 98 आदि)" style=color:blue>*</balloon> | *[[छांदोग्य उपनिषद]] (3,17,6), जिसमें [[देवकी]] पुत्र कृष्ण का उल्लेख है और उन्हें घोर [[आंगिरस]] का शिष्य कहा है। परवर्ती साहित्य में श्रीकृष्ण को देव या [[विष्णु]] रूप में प्रदर्शित करने का भाव मिलता है।<balloon title="(दे0 तैत्तिरीय आरण्यक, 10, 1, 6; पाणिनि-अष्टाध्यायी, 4, 3, 98 आदि)" style=color:blue>*</balloon> |
10:11, 15 दिसम्बर 2010 का अवतरण
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