जीर्णवप्र वर्तमान जूनागढ़ (काठियावाड़, गुजरात) है।[1] इस स्थान का जैन तीर्थ स्थान के रूप में उल्लेख 'तीर्थमाला चैत्यवंदन' नामक जैन स्तोत्र में इस प्रकार है-
'द्वारावत्यपरे गढ़मढ़गिरो श्रीजीर्ण वप्रे तथा।'
- गिरनार, जो एक प्रसिद्ध जैन तीर्थ है, जूनागढ़ के निकट ही स्थित है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 367 |
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