मौद्गल्य | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- मौद्गल्य (बहुविकल्पी) |
मौद्गल्य का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। यह एक ऋषि थे, जो जनमेजय के सर्पयज्ञ के सदस्य थे।
इन्हें भी देखें: महाभारत, जनमेजय, काश्य ऋषि एवं वेद ऋषि
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 89 |
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