निवातकवच का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रन्थ महाभारत में हुआ है, जो कि ब्रह्मा जी के पैरों से उत्पन्न हिरण्यपुर निवासी थे। दानवगण अर्जुन के द्वारा इनका वध किया था।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 65 |
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