सुमति | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- सुमति (बहुविकल्पी) |
- सावर्णि मंवंतर के एक ऋषि का नाम।
- भरत का पुत्र[1]।
- जनमेजय का एक पुत्र[2]
- सूत का एक शिष्य-[3]
- एक दैत्य का नाम।
- सोमदत्त का पुत्र।
- वर्त्तमान अवसर्पिणी के पाँचवें अर्हत।
- पुरुवंशोत्पन्न राजा सुपार्श्र्व का पुत्र तथा सन्नतिमान का पिता[4]।
- अंतिनार के पुत्र तथा ऋतेषु के पौत्र। ये तीन भाई थे[5]।
- एक दिव्य महर्षि। भीष्म के शरशय्या पर लेटे रहने के समय, युधिष्ठिर द्वारा शंकासमाधान करवाते समय ये भी उपस्थित थे।
|
|
|
|
|