दनु दक्ष प्रजापति की पुत्री तथा कश्यप ऋषि की पत्नी थी। यह दानव माता कही जाती है। दनु के चालीस दानव पुत्रों के नाम इस प्रकार हैं-
विप्रचित्ति, शंबर, नमुचि, पुलोमा, असिलोमा, केशी, दुर्जय, अय:शिरा, अश्वशिरा, अश्वशंकु, गगनमूर्द्धा, स्वर्भानु, अश्व, अश्वपति, वृषपर्वा, अजक, अश्वग्रीव, सूक्ष्म, तुहुंड, एकपद, एकचक्र, विरूपाक्ष, महोदर, निचंद्र, निकुम्भ, कुजट, कपट, शरम, शलभ,सूर्य, चंद्र, एकाक्ष, अमृतप, प्रलंब, नरक, वातापि, शठ, गविष्ठ, बनायु, दीर्घजिह्व।[1]
- उपरोक्त नामों में जो 'सूर्य' और 'चंद्र' हैं, वह देवता सूर्य तथा चंद्र से पृथक् हैं।
- 'वायुपुराण' के अनुसार दनु के कश्यप से 100 पुत्रहुए थे।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 'मत्स्यपुराण' 6.1,16; 146.18; 171.28.58
- ↑ पौराणिक कोश |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संपादन: राणा प्रसाद शर्मा |पृष्ठ संख्या: 215 |