स्वाहा | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- स्वाहा (बहुविकल्पी) |
स्वाहा का उल्लेख पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत वन पर्व के अनुसार ये बृहस्पति की पुत्री, जो अधिक क्रोधवती है। वह सब भूतों में निवास करती है। इसका पुत्र 'काम' नाम की अग्नि है।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 545 |
- ↑ महाभारत वन पर्व 219.22-23
संबंधित लेख