स्थिर का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत शल्य पर्व के अनुसार ये महामना मेरु द्वारा अग्नि पुत्र कार्तिकेय को दिये गये दो पार्षादों में से एक पार्षद का नाम है, जो दोनों महान् बल और पराक्रम से सम्पन्न थे।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 542 |
- ↑ महाभारत शल्य पर्व 45-48
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