सनत्कुमार हिन्दू पौराणिक उल्लेखानुसार ब्रह्मा के चार मानस पुत्रों में से एक पुत्र का नाम था, जो सबसे पहले प्रजापति कहे गये हैं। सनकादि के अनुसार भगवद्भक्ति के सहयोग से बन्धनोन्मुक्ति जितनी सरल है, उतनी इंद्रियनिग्रह आदि योग अथवा सन्यास से नहीं।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 511 |
- ↑ भागवत पुराण 4.22.39
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