शरभ भगवान श्री राम की वानर सेना में एक वीर योद्धा था।
- इसके अधीन विहार नाम के सेनापति नियुक्त थे।
- साथ ही इनके अधीन एक लाख चालीस हज़ार वानरों की सेना भी थी।[1]
- जब कुम्भकर्ण ने युद्धभूमि में प्रवेश किया तो शरभ आदि कई योद्धाओं ने उसे रोकने की कोशिश की थी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
भारतीय मिथक कोश |लेखक: डॉ. उषा पुरी विद्यावाचस्पति |प्रकाशक: नेशनल पब्लिशिंग हाउस, नई दिल्ली |पृष्ठ संख्या: 305 |
- ↑ बा. रा., युद्ध कांड, 26|38-40
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