दिलीप कुमार
दिलीप कुमार
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पूरा नाम | मोहम्मद युसूफ़ ख़ान |
प्रसिद्ध नाम | दिलीप कुमार |
अन्य नाम | ट्रेजडी किंग, दिलीप साहब |
जन्म | 11 दिसंबर, 1922 |
जन्म भूमि | पेशावर (अब पाकिस्तान में) |
मृत्यु | 7 जुलाई, 2021 |
मृत्यु स्थान | मुम्बई, महाराष्ट्र |
अभिभावक | लाला ग़ुलाम सरवर (पिता) |
पति/पत्नी | सायरा बानो |
कर्म भूमि | मुंबई |
कर्म-क्षेत्र | फ़िल्म अभिनेता, फ़िल्म निर्माता, राजनीतिज्ञ |
मुख्य फ़िल्में | दाग़ (1954), आज़ाद, देवदास (1955), नया दौर, मुग़ल-ए-आज़म, लीडर, राम और श्याम, शक्ति आदि |
पुरस्कार-उपाधि | पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहब फाल्के पुरस्कार, निशान-ए-इम्तियाज[1] |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | शायद यह कम लोगों को ही पता हो कि दिलीप कुमार अच्छे पटकथा लेखक भी हैं। अपनी इस प्रतिभा का प्रदर्शन उन्होंने फ़िल्म 'लीडर' में किया था। |
अद्यतन | 14:17, 5 फ़रवरी 2015 (IST)
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दिलीप कुमार (अंग्रेज़ी: Dilip Kumar, जन्म- 11 दिसंबर, 1922; मृत्यु- 7 जुलाई, 2021) हिन्दी सिनेमा के ख्यातिप्राप्त अभिनेता थे। वह राज्य सभा के पूर्व सदस्य भी रहे। दिलीप कुमार का वास्तविक नाम 'मोहम्मद युसुफ़ ख़ान' था। उन्हें अपने दौर का बेहतरीन अभिनेता माना जाता था, त्रासद भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हे 'ट्रेजडी किंग' भी कहा जाता था। दिलीप कुमार को भारतीय फ़िल्मों में यादगार अभिनय करने के लिए फ़िल्मों का सर्वोच्च सम्मान 'दादा साहब फाल्के पुरस्कार' के अलावा पद्म भूषण, पद्म विभूषण और पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'निशान-ए-इम्तियाज़' से सम्मानित किया गया था।
जीवन परिचय
जन्म और बचपन
दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसम्बर, 1922 को वर्तमान पाकिस्तान के पेशावर शहर में हुआ था। उनके बचपन का नाम 'मोहम्मद युसूफ़ ख़ान था। उनके पिता का नाम लाला ग़ुलाम सरवर था जो फल बेचकर अपने परिवार का ख़र्च चलाते थे। विभाजन के दौरान उनका परिवार मुंबई आकर बस गया। उनका शुरुआती जीवन तंगहाली में ही गुजरा। पिता के व्यापार में घाटा होने के कारण वह पुणे की एक कैंटीन में काम करने लगे थे। यहीं देविका रानी की पहली नज़र उन पर पड़ी और उन्होंने दिलीप कुमार को अभिनेता बना दिया। देविका रानी ने ही 'युसूफ़ ख़ान' की जगह उनका नया नाम 'दिलीप कुमार' रखा। पच्चीस वर्ष की उम्र में दिलीप कुमार देश के नंबर वन अभिनेता के रूप में स्थापित हो गए थे।[2]
फ़िल्मी कैरियर की शुरुआत
दिलीप कुमार ने फ़िल्म “ज्वार भाटा” से अपने फ़िल्मी कैरियर की शुरुआत की। हालांकि यह फ़िल्म सफल नहीं रही। उनकी पहली हिट फ़िल्म “जुगनू” थी। 1947 में रिलीज़ हुई इस फ़िल्म ने बॉलीवुड में दिलीप कुमार को हिट फ़िल्मों के स्टार की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया। 1949 में फ़िल्म “अंदाज़” में दिलीप कुमार ने पहली बार राजकपूर के साथ काम किया। यह फ़िल्म एक हिट साबित हुई। दीदार (1951) और देवदास (1955) जैसी फ़िल्मों में गंभीर भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हें ट्रेजडी किंग कहा जाने लगा। मुग़ले-ए-आज़म (1960) में उन्होंने मुग़ल राजकुमार जहाँगीर की भूमिका निभाई। “राम और श्याम” में दिलीप कुमार द्वारा निभाया गया दोहरी भूमिका (डबल रोल) आज भी लोगों को गुदगुदाने में सफल साबित होता है। 1970, 1980 और 1990 के दशक में उन्होंने कम फ़िल्मों में काम किया। इस समय की उनकी प्रमुख फ़िल्में थीं: क्रांति (1981), विधाता (1982), दुनिया (1984), कर्मा (1986), इज़्ज़तदार (1990) और सौदागर (1991)। 1998 में बनी फ़िल्म “क़िला” उनकी आखिरी फ़िल्म थी।[2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 'निशान-ए-इम्तियाज' पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
- ↑ 2.0 2.1 बॉलिवुड के असली महानायक – दिलीप कुमार (हिन्दी) जागरण जंक्शन। अभिगमन तिथि: 18 सितंबर, 2011।
- ↑ 3.0 3.1 3.2 3.3 दिलीप कुमार : एक महानायक की गाथा (हिन्दी) (एच.टी.एम.एल) वेब दुनिया हिन्दी। अभिगमन तिथि: 18 सितंबर, 2011।
- ↑ अच्छे स्क्रिप्ट राइटर भी है दिलीप कुमार (हिंदी) (एच.टी.एम.एल) जागरण याहू इंडिया। अभिगमन तिथि: 18 दिसम्बर, 2012।
- ↑ दिलीप-सायरा: शादी से लोग चौंक गये थे (हिंदी) (एच.टी.एम.एल) जागरण याहू इंडिया। अभिगमन तिथि: 18 दिसम्बर, 2012।
- ↑ दिलीप कुमार : सह अभिनेता (हिंदी) (एच.टी.एम.एल) वेबदुनिया। अभिगमन तिथि: 18 दिसम्बर, 2012।
- ↑ दिलीप की कहानी बेगम की ज़ुबानी (हिंदी) (एच.टी.एम.एल) बी.बी.सी हिंदी। अभिगमन तिथि: 18 दिसम्बर, 2012।
- ↑ Dilip Kumar on TV show?
- ↑ दिलीप कुमार की हिट फ़िल्में (हिंदी) वेबदुनिया हिंदी। अभिगमन तिथि: 19 दिसम्बर, 2012।
- ↑ 10.0 10.1 दिलीप कुमार के साथ फ़िल्म करने वाली नायिकाएँ (हिंदी) वेबदुनिया हिंदी। अभिगमन तिथि: 19 दिसम्बर, 2012।