कमाल अमरोही
कमाल अमरोही
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पूरा नाम | सैयद आमिर हैदर कमाल अमरोही |
प्रसिद्ध नाम | कमाल अमरोही |
जन्म | 17 जनवरी, 1918 |
जन्म भूमि | अमरोहा, उत्तर प्रदेश |
मृत्यु | 11 फरवरी, 1993 |
पति/पत्नी | तीन (बानो, महमूदी, मीना कुमारी) |
संतान | शानदार, ताज़दार और रुख़सार |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | गीतकार, पटकथा और संवाद लेखक तथा निर्माता एवं निर्देशक |
मुख्य फ़िल्में | 'महल', 'पाकीज़ा' और 'रज़िया सुल्तान' आदि। |
पुरस्कार-उपाधि | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संवाद पुरस्कार: मुग़ल-ए-आजम |
विशेष योगदान | कमाल अमरोही ने 1953 में 'कमाल पिक्चर्स' और 1958 में कमालिस्तान स्टूडियो की स्थापना की। |
नागरिकता | भारतीय |
कमाल अमरोही (अंग्रेज़ी: Kamal Amrohi, जन्म: 17 जनवरी, 1918 - मृत्यु: 11 फ़रवरी, 1993) महल, पाकीज़ा और रज़िया सुल्तान जैसी भव्य कलात्मक फ़िल्मों को परदे पर काव्य की रचना करने वाले निर्माता-निर्देशक थे। कमाल अमरोही ने बेहतरीन गीतकार, पटकथा और संवाद लेखक तथा निर्माता एवं निर्देशक के रूप में भारतीय सिनेमा पर अपनी अमिट छाप छोड़ी और उसे एक दिशा देने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। पाकीज़ा उनकी ज़िंदगी का ड्रीम प्रोजेक्ट थी। अपने फ़िल्मी जीवन के आखिरी दौर में वह 'अंतिम मुग़ल' नाम से फ़िल्म बनाना चाहते थे, लेकिन उनका यह ख्वाब अधूरा ही रह गया।
विषय सूची
परिचय
कमाल अमरोही का मूल नाम 'सैयद आमिर हैदर' था। 17 जनवरी 1918 को उत्तर प्रदेश के अमरोहा के ज़मींदार परिवार में जन्मे कमाल अमरोही के मुम्बई तक पहुँचने और फिर सफलता का इतिहास रचने की कहानी किसी फ़िल्मी कहानी की भाँति है। बचपन में अपनी शरारतों से वह पूरे गाँव को परेशान करते थे। एक बार अपनी अम्मी के डाँटने पर उन्होंने वादा किया कि वह एक दिन मशहूर होंगे और उनके पल्लू को चाँदी के सिक्कों से भर देंगे। उनकी शरारतों से तंग होकर एक दिन उनके बड़े भाई ने उन्हें गुस्से में थप्पड़ रसीद कर दिया तो कमाल अमरोही नाराज़गी में घर से भागकर लाहौर पहुँच गए।
कमाल अमरोही के लिए लाहौर उनके जीवन की दिशा बदलने वाला साबित हुआ। वहाँ उन्होंने 'प्राच्य भाषाओं' में मास्टर की डिग्री हासिल की और फिर एक उर्दू समाचार पत्र में मात्र 18 वर्ष की आयु में ही नियमित रूप से स्तम्भ लिखने लगे। उनकी प्रतिभा का सम्मान करते हुए अख़बार के सम्पादक ने उनका वेतन बढाकर 300 रुपए मासिक कर दिया, जो उस समय क़ाफी बड़ी रकम थी।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ Kamal Amrohi (अंग्रेज़ी)। । अभिगमन तिथि: 21 मार्च, 2012।
बाहरी कड़ियाँ
- कमाल अमरोही
- कमाल अमरोही : इक ख्वाब-सा देखा था जो पूरा न हुआ
- पाकीज़ा थी कमाल अमरोही की ड्रीम प्रोजेक्ट