सागर सरहदी
सागर सरहदी
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पूरा नाम | सागर सरहदी |
जन्म | 11 मई, 1933 |
जन्म भूमि | एबटाबाद, पाकिस्तान |
मृत्यु | 22 मार्च, 2021 |
मृत्यु स्थान | मुंबई, महाराष्ट्र |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | हिन्दी सिनेमा |
मुख्य फ़िल्में | 'कभी कभी', 'चांदनी', 'सिलसिला', 'नूरी', 'दीवाना', 'कहो न प्यार है', 'कारोबार', 'बाजार' और 'चौसर' आदि। |
प्रसिद्धि | हिन्दी पटकथा लेखक व निर्देशक |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | सागर सरहदी के कॅरियर के शुरुआती दिनों में उन्होंने ने 'मसीहा', 'मिर्ज़ा साहिबा' जैसे नाटक लिखे जिसमें देश के विभाजन का ज़िक़्र ज़्यादा रहा। जब भारत का विभाजन हुआ तब उनकी उम्र 8 से 9 साल की थी। |
विषय सूची
परिचय
सागर सरहदी का जन्म 11 मई, 1933 को बाफ़ा, पाकिस्तान में हुआ था। वह अपने गांव एबटाबाद को छोड़कर पहले दिल्ली के किंग्सवे कैंप और फिर मुंबई की एक पिछड़ी बस्ती में रहे। इसके बाद उन्होंने कड़ी मेहनत के दम पर फिल्मों में अपना कॅरियर बनाया। फिल्म 'बाजार' से उन्होंने डायरेक्शन में डेब्यू किया था। इस फिल्म में स्मिता पाटिल, फ़ारुख़ शेख़ और नसीरुद्दीन शाह थे। सन 1982 में रिलीज हुई ये फिल्म इंडियन क्लासिक मानी जाती है। सागर सरहदी इस फिल्म के निर्माता, निर्देशक और राइटर तीनों थे। उन्होंने फिल्म 'नूरी' (1979), 'सिलसिला' (1981), 'चांदनी' (1989), 'रंग' (1993), 'जिंदगी' (1976), 'कर्मयोगी', 'कहो ना प्यार है', 'कारोबार', 'बाजार' और 'चौसर' जैसी हिट फिल्मों की स्क्रीप्ट लिखी थी।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 1.2 1.3 नहीं रहे कभी कभी, सिलसिला और चांदनी के लेखक (हिंदी) bbc.com। अभिगमन तिथि: 02 मई, 2021।