दिनेश कुमार शुक्ल
दिनेश कुमार शुक्ल
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पूरा नाम | दिनेश कुमार शुक्ल |
जन्म | 8 अप्रैल, 1950 |
जन्म भूमि | नर्वल गाँव, कानपुर, उत्तर प्रदेश |
कर्म भूमि | भारत |
मुख्य रचनाएँ | 'समय चक्र', 'कभी तो खुलें कपाट', 'नया अनहद', 'कथा कहो कविता', 'ललमुनियाँ की दुनिया', 'आखर-अरथ' आदि। |
भाषा | हिन्दी |
विद्यालय | 'इलाहाबाद विश्वविद्यालय' |
शिक्षा | एम.एस.सी., डी.फ़िल. (भौतिक) |
पुरस्कार-उपाधि | 'केदार सम्मान', 'सीता स्मृति सम्मान' |
प्रसिद्धि | कवि |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | 'साहित्य अकादमी' के 'कवि-संधि' कार्यक्रम में 8 दिसम्बर, 2011 को हिन्दी कवि दिनेश कुमार शुक्ल का कविता-पाठ आयोजित किया गया। |
इन्हें भी देखें | कवि सूची, साहित्यकार सूची |
दिनेश कुमार शुक्ल (जन्म- 8 अप्रैल, 1950, कानपुर, उत्तर प्रदेश) हिन्दी के सुप्रसिद्ध कवि हैं। वे हिन्दी के समकालीन माने हुए कवियों में गिने जाते हैं। इनकी कविताएँ और आलेख लगभग सभी प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिकाओं और पत्रों में प्रकाशित हुए हैं। दिनेश कुमार शुक्ल की अद्भुत शैली ने समकालीन कविता के साहित्यिक मानकों से समझौता किए बगैर कविता को आम लोगों के क़रीब लाने का सार्थक काम किया है। पारंपरिक साहित्यिक व लोकरूपों के प्रयोग ने दिनेश कुमार शुक्ल की कविताओं को एक नई धार दी है।
विषय सूची
जन्म तथा शिक्षा
दिनेश कुमार शुक्ल का जन्म 18 अप्रैल, 1950 को उत्तर प्रदेश के नर्वल गाँव, कानपुर में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा के अंतर्गत एम.एस.सी. और डी.फ़िल. (भौतिक) की डिग्री इलाहाबाद विश्वविद्यालय से प्राप्त की। दिनेश कुमार शुक्ल शब्द और मनुष्य की समेकित संस्कृति के संश्लिष्ट कवि हैं। जीवन के द्वन्द्व से उत्पन्न आलाप उनकी कविताओं में एक स्वर-समारोह की तरह प्रकट होता है। विभिन्न संवेदनाओं से संसिक्त दिनेश कुमार शुक्ल की रचनाएँ अति परिचित समय का कोई अ-देखा चेहरा उद्घाटित करती हैं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ दिनेश कुमार शुक्ल का कविता पाठ (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 02 जुलाई, 2013।
- ↑ दिनेश कुमार शुक्ल को पहला सीता पुरस्कार (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 02 जुलाई, 2013।