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*अधिकांश लोग अमरकोट को 'उमरकोट' समझने की प्राय: ग़लती करते हैं। वस्तुत: यह इलाका [[राजस्थान]] का अभिन्न अंग था। राजस्थान और [[सिंध]] की सीमा पर स्थित होने के कारण [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] ने अमरकोट को सिंध के साथ जोड़ दिया और विभाजन के बाद वह [[पाकिस्तान]] का अंग बन गया। | *अधिकांश लोग अमरकोट को 'उमरकोट' समझने की प्राय: ग़लती करते हैं। वस्तुत: यह इलाका [[राजस्थान]] का अभिन्न अंग था। राजस्थान और [[सिंध]] की सीमा पर स्थित होने के कारण [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] ने अमरकोट को सिंध के साथ जोड़ दिया और विभाजन के बाद वह [[पाकिस्तान]] का अंग बन गया। |
10:26, 14 अप्रैल 2014 के समय का अवतरण
वीरसाल अमरकोट के राजपूत शासक थे। इन्हीं के महल में मुग़ल बादशाह हुमायूँ के बेटे अकबर का जन्म हमीदा बानू बेगम के गर्भ से हुआ था।
- अधिकांश लोग अमरकोट को 'उमरकोट' समझने की प्राय: ग़लती करते हैं। वस्तुत: यह इलाका राजस्थान का अभिन्न अंग था। राजस्थान और सिंध की सीमा पर स्थित होने के कारण अंग्रेज़ों ने अमरकोट को सिंध के साथ जोड़ दिया और विभाजन के बाद वह पाकिस्तान का अंग बन गया।
- हुमायूँ जब राज्यहीन होकर संरक्षण एवं आश्रय के लिए दर-दर भटक रहा था, तब ऐसी हीन एवं दुरावस्था में अमरकोट के राजपूत शासक राणा वीरसाल ने उसे शरण दी थी।
- राणी वीरसाल के महल में ही सन 1542 ई. में अकबर का जन्म हुआ था।
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