जस्ता

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जस्ता
सफ़ेद और भूरा चमकीली धातु
साधारण गुणधर्म
नाम, प्रतीक, संख्या जस्ता, Zn, 30
तत्व श्रेणी संक्रमण धातु
समूह, आवर्त, कक्षा 12, 4, d
मानक परमाणु भार 65.38(2)g·mol−1
इलेक्ट्रॉन विन्यास 1s2, 2s2 2p6, 3s2 3p6 3d10, 4s2
इलेक्ट्रॉन प्रति शेल 2, 8, 18, 2
भौतिक गुणधर्म
अवस्था ठोस
घनत्व (निकट क.ता.) 7.14 g·cm−3
तरल घनत्व
(गलनांक पर)
6.57 g·cm−3
गलनांक 692.68 K, 419.53 °C, 787.15 °F
क्वथनांक 1180 K, 907 °C, 1665 °F
संलयन ऊष्मा 7.32 किलो जूल-मोल
वाष्पन ऊष्मा 123.6 किलो जूल-मोल
विशिष्ट ऊष्मीय
क्षमता
25.470

जूल-मोल−1किलो−1

वाष्प दाब
P (Pa) 1 10 100 1 k 10 k 100 k
at T (K) 610 670 750 852 990 1179
परमाण्विक गुणधर्म
ऑक्सीकरण अवस्था +2, +1, 0
इलेक्ट्रोनेगेटिविटी 1.65 (पाइलिंग पैमाना)
आयनीकरण ऊर्जाएँ
(अधिक)
1st: 906.4 कि.जूल•मोल−1
2nd: 1733.3 कि.जूल•मोल−1
3rd: 3833 कि.जूल•मोल−1
परमाण्विक त्रिज्या 134 pm
सहसंयोजक त्रिज्या 122±4 pm
वैन्डैर वाल्स त्रिज्या 139 pm
विविध गुणधर्म
क्रिस्टल संरचना षट्कोणीय
चुम्बकीय क्रम पराचुम्बकीय
वैद्युत प्रतिरोधकता (20 °C) 59.0 nΩ·m
ऊष्मीय चालकता (300 K) 116 W·m−1·K−1
ऊष्मीय प्रसार (25 °C) 30.2 µm·m−1·K−1
यंग मापांक 108 GPa
अपरूपण मापांक 43 GPa
स्थूल मापांक 70 GPa
पॉयज़न अनुपात 0.25
मोह्स कठोरता मापांक 2.5
ब्राइनल कठोरता 412 MPa
सी.ए.एस पंजीकरण
संख्या
7440-66-6
समस्थानिक
समस्थानिक प्रा. प्रचुरता अर्द्ध आयु क्षरण अवस्था क्षरण ऊर्जा
(MeV)
क्षरण उत्पाद
64Zn 48.6% 64Zn 34 न्यूट्रॉन के साथ स्थिर
65Zn syn 243.8 d ε 1.3519 65Cu
γ 1.1155 -
66Zn 27.9% 66Zn 36 न्यूट्रॉन के साथ स्थिर
67Zn 4.1% 67Zn 37 न्यूट्रॉन के साथ स्थिर
68Zn 18.8% 68Zn 38 न्यूट्रॉन के साथ स्थिर
70Zn 0.6% 70Zn 40 न्यूट्रॉन के साथ स्थिर
72Zn syn 46.5 h β 0.458 72Ga

जस्ता (अंग्रेज़ी:Zinc) आवर्त सारणी का एक तत्त्व है। जस्ते का प्रतीकानुसार 'Zn' तथा परमाणु संख्या 30 होती है। जस्ते का परमाणु भार 65.38 होता है। जस्ते का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s2, 2s2 2p6, 3s2 3p6 3d10, 4s2 है।

प्राप्ति

जस्ता प्रकृति में मुक्त अवस्था में नहीं पाया जाता है। यह संयुक्त अवस्था में विभिन्न अयस्कों के रूप में पाया जाता है। यह जिंक ब्लैंड और कैलामाइन अयस्क के रूप में प्रचुर मात्रा में मिलता है।

जस्ता का निष्कर्षण

जस्ता धातु का निष्कर्षण मुख्यतः इसके सल्फाइड अयस्क जिंक ब्लैंड (ZnS) से किया जाता है।

जस्ता के भौतिक गुण

जस्ता नीला सफ़ेद कड़ा तथा भुंगर होता है। जस्ते का द्रवणांक 419° C, क्वथनांक 920° C तथा विशिष्ट गुरुत्व 7.1 होता है। 100° C-150° C, पर यह तन्य तथा आघातवर्ध्य होता है। जस्ता ऊष्मा तथा विद्युत का सुचालक होता है।

जस्ता अयस्क

सीसा एवं जस्ता अयस्क प्रायः अवसादी शैलों की नसो में पाये जाते हैं। जस्ता की प्राप्ति जिंक सल्फाइड तथा कैलेमीन, जिंकाइट, विलेमाइट एवं हैमीमीरेफाइट से होती है। इसका अधिक उपयोग लोहे को जंगरोधी बनाने हेतु उसकी पॉलिश के लिए किया जाता है। इसका अन्य उपयोग है रंग एवं रोगन, विद्युत सेल, बैटरी, मोटरोके कल पुर्जे, दवाइयाँ आदि। भारत में व्यापारिक स्तर पर संचालित होने वाली एक मात्र खान राजस्थान में उदयपुर के समीप जावर में है, जिसका संचालन हिन्दुस्तान जिंक लि. द्वारा किया जाता है। सीसा अयस्क की भाँति यह भी मोछियामगरा, बरोडमगरा तथा जावरमाला से प्राप्त किया जाता है। इसके अन्य क्षेत्र हैं- भीलवाड़ा ज़िले में रामपुरा-अंगुचा क्षेत्र, जम्मू कश्मीर के उधमपुर ज़िले में स्थित दराबी क्षेत्र, तमिलनाडु के दक्षिण अर्काट ज़िले में स्थित मामनदूर क्षेत्र आदि।

भारत में जस्ता बहुत ही कम मात्रा में प्राप्त होता है। अतः आवश्यकता पूर्ति हेतु यूगोस्लाविया, बेल्जियम, जापान, कांगो गणराज्य, संयुक्त राज्य अमरीका आदि देशो से इसे आयात किया जाता है। एक अनुमान के अनुसार देश मे लगभग 10,000 टन जस्ता का भंडार है। 2005-06 के दौरान देश में कुल 8.62 लाख टन जस्ता का उत्पादन हुआ। वर्तमान में हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने इसका निर्यात प्रारंभ किया है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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