स्ट्रॉन्शियम

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
स्ट्रॉन्शियम
भूरी धातु
साधारण गुणधर्म
नाम, प्रतीक, संख्या स्ट्रॉन्शियम, Sr, 38
तत्व श्रेणी क्षारीय पार्थिव धातु
समूह, आवर्त, कक्षा 2, 5, s
मानक परमाणु भार 87.62g·mol−1
इलेक्ट्रॉन विन्यास 1s2 2s2 2p6 3s2 3p6 3d10 4s2 4p6 5s2
इलेक्ट्रॉन प्रति शेल 2, 8, 18, 8, 2
भौतिक गुणधर्म
अवस्था ठोस
घनत्व (निकट क.ता.) 2.64 g·cm−3
तरल घनत्व
(गलनांक पर)
2.375 g·cm−3
गलनांक 1050 K, 777 °C, 1431 °F
क्वथनांक 1655 K, 1382 °C, 2520 °F
संलयन ऊष्मा 7.43 किलो जूल-मोल
वाष्पन ऊष्मा 136.9 किलो जूल-मोल
विशिष्ट ऊष्मीय
क्षमता
26.4

जूल-मोल−1किलो−1

वाष्प दाब
P (Pa) 1 10 100 1 k 10 k 100 k
at T (K) 796 882 990 1139 1345 1646
परमाण्विक गुणधर्म
ऑक्सीकरण अवस्था 2, 1 क्षारकीय ऑक्साईड
इलेक्ट्रोनेगेटिविटी 0.95 (पाइलिंग पैमाना)
आयनीकरण ऊर्जाएँ 1st: 549.5 कि.जूल•मोल−1
2nd: 1064.2 कि.जूल•मोल−1
3rd: 4138 कि.जूल•मोल−1
परमाण्विक त्रिज्या 215 pm
सहसंयोजक त्रिज्या 195±10 pm
वैन्डैर वाल्स त्रिज्या 249 pm
विविध गुणधर्म
क्रिस्टल संरचना मुख घन केन्द्रित
चुम्बकीय क्रम पराचुम्बकीय
वैद्युत प्रतिरोधकता (20 °C) 132 nΩ·m
ऊष्मीय चालकता (300 K) 35.4 W·m−1·K−1
ऊष्मीय प्रसार (25 °C) 22.5 µm·m−1·K−1
अपरूपण मापांक 6.1 GPa
पॉयज़न अनुपात 0.28
मोह्स कठोरता मापांक 1.5
सी.ए.एस पंजीकरण
संख्या
7440-24-6
समस्थानिक
समस्थानिक प्रा. प्रचुरता अर्द्ध आयु क्षरण अवस्था क्षरण ऊर्जा
(MeV)
क्षरण उत्पाद
82Sr syn 25.36 d ε - 82Rb
83Sr syn 1.35 d ε - 83Rb
β+ 1.23 83Rb
γ 0.76, 0.36 -
84Sr 0.56% 84Sr 46 न्यूट्रॉन के साथ स्थिर
85Sr syn 64.84 d ε - 85Rb
γ 0.514D -
86Sr 9.86% 86Sr 48 न्यूट्रॉन के साथ स्थिर
87Sr 7.0% 87Sr 49 न्यूट्रॉन के साथ स्थिर
88Sr 82.58% 88Sr 50 न्यूट्रॉन के साथ स्थिर
89Sr syn 50.52 d ε 1.49 89Rb
β 0.909D 89Y
90Sr trace 28.90 y β 0.546 90Y

स्ट्रॉन्शियम (अंग्रेज़ी: Strontium) क्षारीय मृत्तिका तत्वों का एक महत्त्वपूर्ण सदस्य है। इसके दो अन्य सदस्य बेरियम और कैल्शियम हैं। स्ट्रॉन्शियम, बेरियम और कैल्शियम के मध्य आता है। इसका संकेत Sr, परमाणु संख्या 38, परमाणु भार 87.63, घनत्त्व 2.54, गलनांक 800° सेंल्सियस है। इसके चार समस्थानिक हैं, जिनकी द्रव्यमान संख्या 84, 86, 87 और 88 हैं। तीन रेडियोऐक्टिव समस्थानिक, जिनकी द्रव्यमान संख्या 85, 87 और 89 है, कृत्रिम विधि से प्राप्त हुए हैं। स्काटलैंड के स्ट्रांशियान में पाए जाने के कारण इसका नाम स्ट्रॉन्शियम पड़ा। इसके परमाणु में इलेक्ट्रॉन चार कक्षाओं में वितरित हैं और एक बाह्यतम कक्ष होता है जिसमें दो संयोजक इलेक्ट्रॉन रहते हैं। यह सदा ही द्विसंयोजक लवण बनता है।

गुण

स्ट्रॉन्शियम धातु और इसके लवणों के गुण बेरियम और कैल्सियम धातुओं और उनके लवणों के गुणों से बहुत समानता रखते हैं। उनके प्राप्त करने की विधियाँ भी प्राय: एक सी ही हैं।

खनिज

स्ट्रॉन्शियम के प्रमुख खनिज स्ट्रॉन्शिएनाइट, कार्बोनेट और सेलेस्टाइट सल्फेट हैं। इनके निक्षेप अनेक देशों जैसे- कैलिफोर्निया, वाशिंगटन, टेक्सास, मेक्सिको, स्पेन और इंग्लैंड आदि में पाए जाते हैं। स्ट्रॉन्शियम के लवण, क्लोराइड, ब्रोमाइड, कार्बोनेट, क्लोरेट, नाइट्रेट, हाइडॉक्साइड आदि प्राप्त हुए हैं।

उपयोग

क्लोराइड द्रावक के रूप में और इस्पात उपचार के लिए लवण ऊष्मक में, कार्बोनेट, क्लोरेट, नाइट्रेट आतिशबाजी में, हाइडॉक्साइड, छोआ से शर्करा प्राप्त करने में काम आते हैं। नाइट्रेट संकेत प्रकाश में भी काम आता है। स्ट्रॉन्शियम का लैक्टेट मंद रोगाणुरोधक, ज्वरनाशी और पीड़ाहारी होता है।

हाइडॉक्साइड स्फुरदीप्त, प्रतिदीप्त प्रकाशन युक्तियों एवं लोमनाशक ओषधियों के निर्माण में प्रयुक्त होता है। स्ट्रॉन्शियम के लवण इनेमल, ग्लेज़ और काँच के निर्माण में भी काम आते हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख