अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस

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अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस
अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस
विवरण 'अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस' हर साल 18 दिसंबर को विश्व स्तर पर दुनिया भर में बढ़ती प्रवासियों की संख्या को देखते हुए मनाया जाता है।
तिथि प्रत्येक वर्ष 18 दिसंबर
शुरुआत 4 दिसंबर 2000 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दुनिया में प्रवासियों की बढ़ती संख्या को मान्यता दी और 18 दिसंबर को अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस के रूप में नामित किया।
उद्देश्य लोगों को शिक्षित करना कि हर प्रवासी का सम्मान के साथ व्यवहार करना मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है।
संबंधित लेख प्रवासी भारतीय दिवस, संयुक्त राष्ट्र महासभा, संयुक्त राष्ट्र
अन्य जानकारी संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट ने दावा किया है कि विश्व में सबसे ज्यादा प्रवासी भारतीय हैं। रिपोर्ट के अनुसार 15.6 मिलियन से अधिक भारतीय विदेश में रहते हैं।

अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस (अंग्रेज़ी: International Migrants Day) प्रत्येक साल 18 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को इस बात के लिए शिक्षित करना है कि हर प्रवासी का सम्मान के साथ व्यवहार करना मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। यह दिन अन्तरराष्ट्रीय प्रवासियों के सामने आने वाली चुनौतियों और कठिनाइयों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का लक्ष्य रखता है। संयुक्त राष्ट्र हर साल सरकारों, संगठनों और इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने वाले लोगों को इस मौके पर आमंत्रित करती है।

प्रवासी कौन हैं?

किसी भी देश का नागरिक जब काम की तलाश में अपने देश को छोड़कर दूसरे देश में जाकर बस जाता है तो उसे प्रवासी कहा जाता है, जैसे- यदि कोई भारतीय नागरिक अमेरिका, सऊदी या किसी और देश में जाकर वहां बस जाता है तो प्रवासी भारतीय कहा जाता है। अमेरिका, चीन, रूस, जापान समेत कुछ ऐसे देश हैं, जहां बड़ी संख्या में दुनिया भर से आए प्रवासी बसते हैं।

इतिहास

18 दिसंबर 1990 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सभी प्रवासी कामगारों के अधिकारों और उनके परिवारों के सदस्यों के संरक्षण पर अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन को अपनाया। 4 दिसंबर 2000 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दुनिया में प्रवासियों की बढ़ती संख्या को मान्यता दी और 18 दिसंबर को अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस के रूप में नामित किया। सितंबर 2016 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने शरणार्थियों और प्रवासियों के बड़े आंदोलनों को संबोधित करने के लिए एक उच्च-स्तरीय शिखर सम्मेलन की मेजबानी की। शिखर सम्मेलन में अधिक मानवीय और समन्वित दृष्टिकोण के साथ देशों को एक साथ लाने का लक्ष्य था।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • अन्तरराष्ट्रीय प्रवासियों या उनके जन्म के देश के अलावा किसी अन्य देश में रहने वाले लोगों की संख्या साल 2019 में 272 मिलियन तक पहुंच गई थी।
  • विश्वभर में लगभग 31 प्रतिशत अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी एशिया में, यूरोप में 30 प्रतिशत, अमेरिका में 26 प्रतिशत, अफ्रीका में 10 प्रतिशत और ओशिनिया में 3 प्रतिशत हैं।
  • संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट ने दावा किया है कि विश्व में सबसे ज्यादा प्रवासी भारतीय हैं। रिपोर्ट के अनुसार 15.6 मिलियन से अधिक भारतीय विदेश में रहते हैं। वर्ष 2014 से अब तक 5000 से ज्यादा लोग बेहतर जीवन और संरक्षण के लिए जीवन क्षति का सामना कर चुके हैं।
  • संयुक्त राष्ट्र संघ ने हाल ही में अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास की चुनौतियों का सामना करने, प्रवासियों के अधिकारों को मजबूत करने और धारित विकास में योगदान हेतु वैश्विक समझौते का अंतिम प्रारूप तैयार किया है।
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 18 दिसंबर 1990 को सभी प्रवासी श्रमिकों के अधिकारों और उनके परिवार के सदस्यों के संरक्षण पर अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन अपनाया गया।
  • महासभा ने 4 दिसम्बर 2000 को सम्पूर्ण विश्व में बढ़ते प्रवासियों की संख्या को देखते हुए को 18 दिसंबर को अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
  • साल 2013 के अक्टूबर माह में संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने सर्वसम्मति से अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासन और विकास पर उच्च स्तरीय वार्ता के दौरान विकास हेतु प्रवास के योगदान को पहचानने पर एक घोषणा को अपनाया।


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टीका टिप्पणी और सन्दर्भ

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