विश्व नेत्रदान दिवस
विश्व नेत्रदान दिवस
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तिथि | 10 जून |
व्यापकता | विश्व स्तर पर |
उद्देश्य | नेत्रदान के महत्व के बारे में व्यापक पैमाने पर जन जागरूकता पैदा करना। |
विशेष | नेत्रदान प्रक्रिया अत्यंत सरल है और महज 15-20 मिनट में ही पूरी हो जाती है। इस प्रक्रिया के कारण अंतिम संस्कार में किसी तरह का विलंब नहीं होता है। |
अन्य जानकारी | नेत्रदान जैसे सबसे बड़े दान को बढ़ावा देने के लिए देश के तमाम आई बैंक और सामाजिक संस्थाएं इस दिन विशेष रूप से देश भर में जागरुकता कार्यक्रम चलाये जाते हैं। |
अद्यतन | 12:55, 17 मई 2022 (IST)
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विषय सूची
महत्त्व
प्रत्येक वर्ष 10 जून को विश्व नेत्रदान मनाया जाता है, ताकि दूसरों की अंधेरी दुनिया को रोशन करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा सके। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद नेत्रदान करने वालों का आंकड़े बहुत संतोषजनक नहीं है। जहां तक भारत की बात है तो यहां नेत्रदान एवं कोर्निया प्रत्यारोपण के वर्तमान आंकड़ों पर गौर करें तो जानकर हैरानी होती है कि ऩेत्रदान करने वालों की संख्या एक फीसदी से भी कम है। यही वजह है कि देश में 25 हजार से ज्यादा लोग आज भी अंधेरी दुनिया में जी रहे हैं। देश में प्रत्येक वर्ष 80 से 90 लाख लोगों की मृत्यु होती है, लेकिन नेत्रदान 25 हजार के आसपास ही होता है। यह दिवस विशेष इसीलिए मनाई जाती है कि लोग मृत्यु से पहले अपनी आंखें दान कर अंधरे में जी रहे लोगों के जीवन में उजाला भर सकें।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 नेत्रदान है महादान (हिंदी) hindi.latestly.com। अभिगमन तिथि: 17 मई, 2022।