अन्तरराष्ट्रीय सूर्य दिवस
अन्तरराष्ट्रीय सूर्य दिवस
| |
विवरण | 'अन्तरराष्ट्रीय सूर्य दिवस' सौर ऊर्जा के महत्त्व को बताने हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। |
तिथि | 3 मई |
उद्देश्य | सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना। |
संबंधित लेख | सूर्य, सौर ऊर्जा, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय |
महत्त्व
सूर्य आज सबसे अधिक स्थिर अवस्था में अपने जीवन के करीबन आधे रास्ते पर है। इसमें कई अरब वर्षों से नाटकीय रूप से कोई बदलाव नहीं हुआ है और आगामी कई वर्षों तक यूँ ही अपरिवर्तित बना रहेगा। हालांकि एक स्थिर हाइड्रोजन-दहन काल के पहले का और बाद का तारा बिलकुल अलग होता है। सौर ऊर्जा, जो रोशनी व ऊष्मा दोनों रूपों में प्राप्त होती है, का उपयोग कई प्रकार से हो सकता है। सौर ऊष्मा का उपयोग अनाज को सुखाने, जल उष्मन, खाना पकाने, प्रशीतन, जल परिष्करण तथा विद्युत ऊर्जा उत्पादन हेतु किया जा सकता है। फोटो वोल्टायिक प्रणाली द्वारा सूर्य के प्रकाश को विद्युत में रूपान्तरित करके प्रकाश प्राप्त की जा सकती है, प्रशीलन का कार्य किया जा सकता है, दूरभाष, टेलीविजन, रेडियो आदि चलाए जा सकते हैं, तथा पंखे व जल-पम्प आदि भी चलाए जा सकते हैं।