"देवकीनन्दन": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
शिल्पी गोयल (वार्ता | योगदान) ('{{बहुविकल्पी शब्द}} #देवकीनन्दन (विष्णु)- भगवान विष्ण...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - " महान " to " महान् ") |
||
(6 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 8 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{बहुविकल्पी शब्द}} | [[चित्र:Radha-Krishna-1.jpg|thumb|150px|[[राधा]] [[कृष्ण]]<br />Radha Krishna]] | ||
{{main|कृष्ण}} | |||
{{बहुविकल्प|बहुविकल्पी शब्द=देवकीनन्दन|लेख का नाम=देवकीनन्दन (बहुविकल्पी)}} | |||
*भगवान [[कृष्ण]] का भी नाम देवकीनन्दन है। | |||
{{ | *[[देवकी]] का पुत्र होने के कारण कृष्ण को देवकीनन्दन कहा जाता है। | ||
*सनातन धर्म के अनुसार भगवान [[विष्णु]] सर्वपापहारी पवित्र और समस्त मनुष्यों को भोग तथा मोक्ष प्रदान करने वाले प्रमुख [[देवता]] हैं। | |||
*कृष्ण [[हिन्दू धर्म]] में विष्णु के अवतार माने जाते हैं। | |||
*श्रीकृष्ण साधारण व्यक्ति न होकर युग पुरुष थे। उनके व्यक्तित्व में [[भारत]] को एक प्रतिभासम्पन्न राजनीतिवेत्ता ही नहीं, एक महान् कर्मयोगी और दार्शनिक प्राप्त हुआ, जिसका [[गीता]]- ज्ञान समस्त मानव-जाति एवं सभी देश-काल के लिए पथ-प्रदर्शक है। | |||
*कृष्ण की स्तुति लगभग सारे [[भारत]] में किसी न किसी रूप में की जाती है। | |||
{{प्रचार}} | |||
==संबंधित लेख== | |||
{{महाभारत}} | |||
}} | {{कृष्ण2}} | ||
{{हिन्दू देवी देवता और अवतार}} | |||
{{दशावतार2}} | |||
{{कृष्ण}} | |||
[[Category:पर्यायवाची कोश]] | |||
[[Category:कृष्ण]] | |||
[[Category:कृष्ण काल]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
14:17, 30 जून 2017 के समय का अवतरण

Radha Krishna
मुख्य लेख : कृष्ण
![]() |
एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- देवकीनन्दन (बहुविकल्पी) |
- भगवान कृष्ण का भी नाम देवकीनन्दन है।
- देवकी का पुत्र होने के कारण कृष्ण को देवकीनन्दन कहा जाता है।
- सनातन धर्म के अनुसार भगवान विष्णु सर्वपापहारी पवित्र और समस्त मनुष्यों को भोग तथा मोक्ष प्रदान करने वाले प्रमुख देवता हैं।
- कृष्ण हिन्दू धर्म में विष्णु के अवतार माने जाते हैं।
- श्रीकृष्ण साधारण व्यक्ति न होकर युग पुरुष थे। उनके व्यक्तित्व में भारत को एक प्रतिभासम्पन्न राजनीतिवेत्ता ही नहीं, एक महान् कर्मयोगी और दार्शनिक प्राप्त हुआ, जिसका गीता- ज्ञान समस्त मानव-जाति एवं सभी देश-काल के लिए पथ-प्रदर्शक है।
- कृष्ण की स्तुति लगभग सारे भारत में किसी न किसी रूप में की जाती है।