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'''विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''World Oral Health Day'') प्रत्येक वर्ष [[20 मार्च]] को मनाया जाता है। दांतों की सफाई कितनी ज्यादा जरूरी है, इससे सभी को जागरूक करने के लिए ही हर साल 'वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे' (विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस) मनाया जाता है। वैश्विक तौर पर इसे मनाया जाता है, जिसका मकसद मुंह की सही सफाई, मुंह से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करना और अच्छी ओरल हेल्थ से सभी को परिचित कराना है।
 
'''विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''World Oral Health Day'') प्रत्येक वर्ष [[20 मार्च]] को मनाया जाता है। दांतों की सफाई कितनी ज्यादा जरूरी है, इससे सभी को जागरूक करने के लिए ही हर साल 'वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे' (विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस) मनाया जाता है। वैश्विक तौर पर इसे मनाया जाता है, जिसका मकसद मुंह की सही सफाई, मुंह से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करना और अच्छी ओरल हेल्थ से सभी को परिचित कराना है।
 
==थीम==
 
==थीम==
साल [[2024]] में विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस की थीम 'ए हैप्पी माउथ इज ए हैप्पी बॉडी' है। [[विश्व स्वास्थ्य संगठन]] के अनुसार, वैश्विक तौर पर मुंह से जुड़ी बीमारियों से 3.5 बिलियन लोग प्रभावित हुए हैं और यह संख्या साल [[1990]] से [[2019]] के बीच एक बिलियन तक बढ़ी है। ऐसे में मुंह की बीमारियों से बचे रहने के लिए ओरल हेल्थ का ध्यान रखना जरूरी होता है।
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साल [[2024]] में विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस की थीम 'ए हैप्पी माउथ इज ए हैप्पी बॉडी' है। [[विश्व स्वास्थ्य संगठन]] के अनुसार, वैश्विक तौर पर मुंह से जुड़ी बीमारियों से 3.5 बिलियन लोग प्रभावित हुए हैं और यह संख्या साल [[1990]] से [[2019]] के बीच एक बिलियन तक बढ़ी है। ऐसे में मुंह की बीमारियों से बचे रहने के लिए ओरल हेल्थ का ध्यान रखना जरूरी होता है।<ref name="pp">{{cite web |url= https://ndtv.in/lifestyle/world-oral-health-day-2024-history-significance-how-to-keep-teeth-white-and-healthy-5273625|title=आज है वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे|accessmonthday=21 मार्च|accessyear=2024 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=ndtv.in |language=हिंदी}}</ref>
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==क्यों जरूरी है ओरल हेल्थ?==
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मसूड़े और दांतों की साफ-सफाई बेहद जरूरी है क्योंकि जिसे आप छोटी बात समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, वह कब भयंकर बीमारी का रूप ले ले किसी को नहीं पता है। ओरल हेल्थ एक इंसान के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि अगर आपका ओरल हेल्थ खराब होगा तो दूसरी बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है। आज के समय में अधिकतर लोग दांत और मसूड़े की बीमारियों से जूझ रहे हैं, जिसके कारण कई सारी बीमारियां भी होने का खतरा बढ़ जाता है। बैड ओरल हेल्थ दांत को कमजोर करने के साथ-साथ मसूड़े भी खराब कर देती है। कई सारी स्टडी में इस बात का खुलासा किया है कि ओरल हेल्थ पर पूरी सेहत टिकी हुई है।<ref>{{cite web |url= https://www.abplive.com/lifestyle/health/world-oral-health-day-mouth-cancer-causes-symptoms-and-treatments-2643898|title=मुंह की वो 5 बीमारियां, जिन्हें आप हल्के में लेते हैं और ये कैंसर बन जाती हैं!|accessmonthday=21 मार्च|accessyear=2024 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher= abplive.com|language=हिंदी}}</ref>
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==इरेक्टाइल डिसफंक्शन==
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==कैंसर का खतरा==
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==डायबिटीज की बीमारी==
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जिन लोगों के मसूड़ों में दिक्कत होती है उन्हें डायबिटीज ([[मधुमेह]]) का खतरा बढ़ जाता है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के मुताबिक मसूड़ों की बीमारी में सूजन पैदा होती है। जिसके कारण हाई ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। बैड ओरल हेल्थ फेफड़ों की बीमारी का खतरा भी पैदा करता है। साल [[2021]] की स्टडी के मुताबिक मसूड़ों में सूजन के कारण  किडनी 10 प्रतिशत फंक्शन करना कम कर देता है।
 
==महत्त्वपूर्ण तथ्य==
 
==महत्त्वपूर्ण तथ्य==
*ओरल हेल्थ बनाए रखने के लिए रोजाना सुबह और शाम दांतों को ब्रश करना जरूरी है। मुंह में प्लाक और गंदगी जमी हो तो उसे निकालें। इसके अलावा, जब भी ब्रश करें तो दांतों के हर कोने में 2 मिनट तक मलें।  
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*ओरल हेल्थ बनाए रखने के लिए रोजाना सुबह और शाम दांतों को ब्रश करना जरूरी है। मुंह में प्लाक और गंदगी जमी हो तो उसे निकालें। इसके अलावा, जब भी ब्रश करें तो दांतों के हर कोने में 2 मिनट तक मलें।<ref name="pp"/>
 
*दांतों में कैविटी नहीं हो रही, यह सुनिश्चित करने के लिए रेग्यूलर डेंटल चेक-अप्स कराते रहें। रेग्यूलर क्लीन अप भी कराते रहना चाहिए, जिससे दांतों के किसी कोने में प्लाक या पीलापन ना जमा रहे।  
 
*दांतों में कैविटी नहीं हो रही, यह सुनिश्चित करने के लिए रेग्यूलर डेंटल चेक-अप्स कराते रहें। रेग्यूलर क्लीन अप भी कराते रहना चाहिए, जिससे दांतों के किसी कोने में प्लाक या पीलापन ना जमा रहे।  
 
*मुंह की अच्छी सफाई के लिए दातों को माउथवॉश और फ्लॉस से साफ करें। इससे दांतों के कोनों की तो अच्छी सफाई होती ही है, साथ ही मसूड़े भी साफ रहते हैं और मुंह में जमे नुकसान पहुंचाने वाले सूक्ष्म जीवाणु भी निकल जाते हैं।
 
*मुंह की अच्छी सफाई के लिए दातों को माउथवॉश और फ्लॉस से साफ करें। इससे दांतों के कोनों की तो अच्छी सफाई होती ही है, साथ ही मसूड़े भी साफ रहते हैं और मुंह में जमे नुकसान पहुंचाने वाले सूक्ष्म जीवाणु भी निकल जाते हैं।

05:37, 21 मार्च 2024 का अवतरण

विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस (अंग्रेज़ी: World Oral Health Day) प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को मनाया जाता है। दांतों की सफाई कितनी ज्यादा जरूरी है, इससे सभी को जागरूक करने के लिए ही हर साल 'वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे' (विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस) मनाया जाता है। वैश्विक तौर पर इसे मनाया जाता है, जिसका मकसद मुंह की सही सफाई, मुंह से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करना और अच्छी ओरल हेल्थ से सभी को परिचित कराना है।

थीम

साल 2024 में विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस की थीम 'ए हैप्पी माउथ इज ए हैप्पी बॉडी' है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, वैश्विक तौर पर मुंह से जुड़ी बीमारियों से 3.5 बिलियन लोग प्रभावित हुए हैं और यह संख्या साल 1990 से 2019 के बीच एक बिलियन तक बढ़ी है। ऐसे में मुंह की बीमारियों से बचे रहने के लिए ओरल हेल्थ का ध्यान रखना जरूरी होता है।[1]

क्यों जरूरी है ओरल हेल्थ?

मसूड़े और दांतों की साफ-सफाई बेहद जरूरी है क्योंकि जिसे आप छोटी बात समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, वह कब भयंकर बीमारी का रूप ले ले किसी को नहीं पता है। ओरल हेल्थ एक इंसान के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि अगर आपका ओरल हेल्थ खराब होगा तो दूसरी बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है। आज के समय में अधिकतर लोग दांत और मसूड़े की बीमारियों से जूझ रहे हैं, जिसके कारण कई सारी बीमारियां भी होने का खतरा बढ़ जाता है। बैड ओरल हेल्थ दांत को कमजोर करने के साथ-साथ मसूड़े भी खराब कर देती है। कई सारी स्टडी में इस बात का खुलासा किया है कि ओरल हेल्थ पर पूरी सेहत टिकी हुई है।[2]

इरेक्टाइल डिसफंक्शन

मसूड़ों और दांतों की साफ-सफाई न रखने की आदत इरेक्टाइल डिसफंक्शन का खतरा बढ़ाती है। मुंह में मौजूद बैक्टीरिया जब रक्त तक पहुंचती है तो केवल हृदय ही नहीं बल्कि दूसरी बीमारियों का खतरा भी बढ़ाती है। साल 2019 में क्रॉनिक पीरियोडेंटिस और इरेक्टाइल डिसफंक्शन के बीच का कनेक्शन पता चला था।

कैंसर का खतरा

तंबाकू और धूम्रपान की वजह से दांतों में मौजूद गंदगी बैक्टीरिया के कैंसर का रिस्क बढ़ाती है। जॉन्स हॉपकिंस मेडिसिन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पेरियोडोंटाइटिस वाले मरीजों में कैंसर का जोखिम 24 प्रतिशत अधिक रहता है, खासतौर पर ये पैन्क्रियाज कैंसर के मामले बढ़ाते हैं।

डायबिटीज की बीमारी

जिन लोगों के मसूड़ों में दिक्कत होती है उन्हें डायबिटीज (मधुमेह) का खतरा बढ़ जाता है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के मुताबिक मसूड़ों की बीमारी में सूजन पैदा होती है। जिसके कारण हाई ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। बैड ओरल हेल्थ फेफड़ों की बीमारी का खतरा भी पैदा करता है। साल 2021 की स्टडी के मुताबिक मसूड़ों में सूजन के कारण किडनी 10 प्रतिशत फंक्शन करना कम कर देता है।

महत्त्वपूर्ण तथ्य

  • ओरल हेल्थ बनाए रखने के लिए रोजाना सुबह और शाम दांतों को ब्रश करना जरूरी है। मुंह में प्लाक और गंदगी जमी हो तो उसे निकालें। इसके अलावा, जब भी ब्रश करें तो दांतों के हर कोने में 2 मिनट तक मलें।[1]
  • दांतों में कैविटी नहीं हो रही, यह सुनिश्चित करने के लिए रेग्यूलर डेंटल चेक-अप्स कराते रहें। रेग्यूलर क्लीन अप भी कराते रहना चाहिए, जिससे दांतों के किसी कोने में प्लाक या पीलापन ना जमा रहे।
  • मुंह की अच्छी सफाई के लिए दातों को माउथवॉश और फ्लॉस से साफ करें। इससे दांतों के कोनों की तो अच्छी सफाई होती ही है, साथ ही मसूड़े भी साफ रहते हैं और मुंह में जमे नुकसान पहुंचाने वाले सूक्ष्म जीवाणु भी निकल जाते हैं।
  • हेल्थी माउथ के लिए दांतों के साथ ही जीभ का सही तरह से साफ होना भी जरूरी होता है। इसके लिए टंग क्लीनर का इस्तेमाल करें। टंग क्लीनर का इस्तेमाल करने से जीभ पर जमी गंदगी हटती है। इससे मुंह से बदबू आने की दिक्कत से भी निजात मिल जाता है।
  • अपने खानपान में उन चीजों को शामिल करें जो दांतों को प्राकृतिक रूप से साफ रखती हैं, जैसे नींबू, स्ट्रॉबेरी और संतरा आदि।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 आज है वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे (हिंदी) ndtv.in। अभिगमन तिथि: 21 मार्च, 2024।
  2. मुंह की वो 5 बीमारियां, जिन्हें आप हल्के में लेते हैं और ये कैंसर बन जाती हैं! (हिंदी) abplive.com। अभिगमन तिथि: 21 मार्च, 2024।

बाहरी कड़ियाँ

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