कजरीआरन
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कजरीआरन - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) संज्ञा पुल्लिंग (हिन्दी कजरी+आरन)[1]
कजली बन।
उदाहरण-
वै पिंगला गए कजरी आरन। - जायसी ग्रंथावली[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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