कइक - (काव्य प्रयोग, पुरानी हिन्दी) विशेषण (हिन्दी कई+एक)[1]
अनेक, कई।
उदाहरण-
राम दिन कइक ता ठौर अवरे रहे, आइ बल्वल तहाँ दई देखाई। - सूरसागर[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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