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'''अंगीकार''' - [[संज्ञा]] [[पुल्लिंग]] ([[संस्कृत]] '''अङ्गीकार ''')<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिंदी शब्दसागर, प्रथम भाग |लेखक= श्यामसुंदरदास बी. ए.|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=नागरी मुद्रण, वाराणसी |संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=09|url=|ISBN=}}</ref>
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स्वीकार, मंजूर, कबूल, ग्रहण।
 
स्वीकार, मंजूर, कबूल, ग्रहण।

10:16, 18 जनवरी 2020 के समय का अवतरण

अंगीकार - संज्ञा पुल्लिंग (संस्कृत अङ्गीकार )[1]

स्वीकार, मंजूर, कबूल, ग्रहण।

क्रिया प्रयोग - करना।
उदाहरण - 'जाकौ हरि अंगीकार कियौ।'[2]
होना


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी शब्दसागर, प्रथम भाग |लेखक: श्यामसुंदरदास बी. ए. |प्रकाशक: नागरी मुद्रण, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 10 |
  2. सूरसागर, 1।37

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