अंकावतार
नाटक के किसी अंक के अंत में कथा को विच्छिन्न किए बिना आगामी अंक के आरंभिक दृश्य तथा पात्रों की सूचना या आभास देने वाला अंश[2]।
क्रिया प्रयोग - होना ।
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नाटक के किसी अंक के अंत में कथा को विच्छिन्न किए बिना आगामी अंक के आरंभिक दृश्य तथा पात्रों की सूचना या आभास देने वाला अंश[2]।
क्रिया प्रयोग - होना ।
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