सिद्धिविनायक

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:50, 30 जनवरी 2013 का अवतरण (''''सिद्धिविनायक''' महाराष्ट्र राज्य के सिद्धटेक नाम...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

सिद्धिविनायक महाराष्ट्र राज्य के सिद्धटेक नामक गाँव में स्थित है। सिद्धटेक अहमदनगर ज़िले की करजत तहसील में भीम नदी के किनारे स्थित एक छोटा-सा गाँव है। भगवान गणेश के 'अष्टविनायक' पीठों में से एक 'सिद्धिविनायक' को परम शक्तिमान माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यहाँ सिद्धटेक पर्वत था, जहाँ पर भगवान विष्णु ने तप द्वारा सिद्धि प्राप्त की थी।

कथा

एक कथानुसार यह माना जाता है कि जब सृष्टि की रचना करते समय भगवान विष्णु को नींद आ गई, तब भगवान विष्णु के कानों से दो दैत्य मधुकैटभ बाहर आ गए। बाहर आने के बाद वे दोनों उत्पात मचाने लगे। सभी देवताओं को भी वे परेशान करने लगे। दैत्यों के आंतक से मुक्ति पाने हेतु देवताओं ने श्रीविष्णु की आराधना की। तब विष्णु शयन से जागे और दैत्यों को मारने की कोशिश की। परन्तु भगवान अपने इस कार्य में असफल रहें। तब विष्णु ने शिव की अराधना की। विष्णु कि पुकार सुनकर भगवान शिव प्रकट हुए। उन्होंने बताया कि जब तक गणेश का आशिर्वाद प्राप्त नहीं होता, यह कार्य पूर्ण नहीं हो पाएगा। तब भगवान विष्णु ने श्री गणेश का आहवान किया, जिससे गणेश जी प्रसन्न हुए और दैत्यों का संहार हुआ। इस कार्य के उपरांत भगवान विष्णु ने पर्वत के शिखर पर मंदिर का निर्माण किया तथा भगवान गणेश कि मूर्ति स्थापित की। ब्रह्माजी ने बाधारहित होकर सृष्टि की रचना की। तभी से यह स्थल 'सिद्धटेक' नाम से जाना जाता है। इसके अतिरिक्त इसी स्थान पर ऋषि व्यास ने भी तपस्या की थी।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख