होलो नृत्य राजस्थान की कथौड़ी जनजाति का नृत्य है।
- यह नृत्य होली के अवसर पर महिलाओं द्वारा किया जाने वाला प्रमुख नृत्य है।
- होली के अवसर पर यह नृत्य लगातार सात दिनों तक चलता है।
- होलो नृत्य में पुरुष ढोलक, पावरी, बाँसुरी आदि बजाते हैं।
- महिलाएं नृत्य के दौरान एक-दूसरे के कंधे पर चढ़कर पिरामिड भी बनाती हैं।
- कथौड़ी जनजाति मूलत: महाराष्ट्र से आकर राजस्थान में उदयपुर की झाडोल व कोटड़ा तहसीलों में बसी हुई है।
- यह जाति खैर वृक्ष से कत्था तैयार करती है, इसलिए इस जाति का नाम कैथोड़ी है।
इन्हें भी देखें: राजस्थान, राजस्थान की संस्कृति एवं राजस्थान की जनजातियाँ
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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