पडायानी

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पडायानी केरल की लोक कलाओं में से एक है।

  • बोलचाल की भाषा में पडायानी या पडेनी सबसे रंगीन और शानदार लोक कलाओं में से एक है, जिसका संबंध दक्षिण (अलाप्पुझा, कोल्लम, कोट्टायम और पथानमथीट्टा जिलों) के कुछ मंदिरों के त्यौहार से है।
  • पडायनी शब्द का शाब्दिक अर्थ है- "सैन्य संरचना या सेना की पंक्ति", लेकिन इस लोक कला में मुख्य रूप से विशाल मुखौटा या विभिन्न आकार, रंग और डिजाइनों के कोलम देखते हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण कोलम पडायनी प्रदर्शन भैरवी (काली), कोलम (मृत्यु के देवता), यक्षी (परी), पक्षी (चिड़ियां) आदि में प्रस्तुत किया जाता है।


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